बिटकॉइन की दुनिया में हाल ही में बड़ी गिरावट आई है, जिससे इसका रेट सात हफ्तों के निचले स्तर तक गिरा है। बिटकॉइन की कीमत में हाल के दिनों में तेजी देखी गई थी, लेकिन एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के कदम के बाद, इसमें एक तेजी से गिरावट आई है।
बिटकॉइन के रेट में इस गिरावट का कारण एक्सचेंज एफटीएक्स के द्वारा लॉन्च किए गए 11 स्पॉट बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) को लेकर आया है। इस नए इन्वेस्टमेंट विकल्प के कारण बिटकॉइन के रियलटाइम रेट में कमजोरी आई है। बिटकॉइन का रेट अब 35,000 डॉलर के भी नीचे गिर गया है, जो कि पिछले समय के मुकाबले एक कमजोरी का प्रतीक है।
सात हफ्ते के निचले स्तर पर जाने के बाद, बिटकॉइन वर्तमान में लगभग 4 फीसदी की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है। बिटकॉइन की वैल्यू अब 33,035.39 डॉलर है, और इसमें चौतरफा कमजोरी का प्रतीक है। क्रिप्टोकरेंसी बाजार में इस गिरावट का प्रभाव दिखा जा रहा है, और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम में भी 4.65 फीसदी की गिरावट हो रही है, जिसका रेट 1,93,663 डॉलर है।
बिटकॉइन में हाल ही में तेजी आई थी, जिसका पीछा इसकी वैल्यू में इजाफा के कारण हुआ था। अमेरिका में सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी दी थी, जिससे नए निवेशकों के आने की उम्मीद थी। इसके बाद बिटकॉइन ने अगस्त 2023 के लेवल से करीब 70 फीसदी की उछाल दिखाई थी, लेकिन इसका उल्टा हो गया।
पहले तेजी देखी गई बिटकॉइन में फिर आई गिरावट का कारण यह था कि बिटकॉइन ईटीएफ एप्लीकेशन में ग्रेस्केल इंवेस्टमेंट को पैसा लगाने से मना कर दिया गया था, लेकिन एक फेडरल कोर्ट ने एसईसी को अपने फैसले पर दोबारा विचार करने के लिए कहा था। इसके बाद निवेशकों को आशा थी कि बिटकॉइन ईटीएफ में ग्रेस्केल निवेश अच्छी सं